4.57 लाख रुपए गबन का आरोपी चर्चित सचिव रितेश शुक्ला निलंबित
फाइल को दबाकर बैठे थे विकास विभाग के अधिकारी
पीलीभीत। बीसलपुर तहसील के ग्राम चुर्रासकतपुर में 4.57 लाख रुपए गबन के आरोपी चर्चित सचिव रितेश शुक्ला को आखिरकार निलंबित कर दिया गया। ग्रामीणों की शिकायत के बाद डीएम के निर्देश पर प्रधान के वित्तीय अधिकार तो सीज कर दिए गए थे जबकि सचिव को बचाया जा रहा था।
योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के बाद भी ग्राम प्रधान और सचिव लगातार भ्रष्टाचार करने पर आमादा है। ग्राम चुर्रासकतपुर में अलग-अलग कराए गए छह कार्यों में 4.57, 790 के सरकारी धन का गबन किया गया था। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने शपथ पत्र देते हुए जिलाधिकारी से की थी। शिकायत के आधार पर जिलाधिकारी ने गन्ना अधिकारी और सहायक अभियंता शारदा सागर खंड के अधिकारियों को पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। टीम की जांच में सरकारी धन के दुरुपयोग की प्रथम दृष्टया दोषी होने की पुष्टि हुई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए थे। जबकि सचिव रितेश शुक्ला के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। विभागीय अधिकारियों ने आरोपी सचिव को छह बिंदुओ पर अपना पक्ष रखने के निर्देश दिए थे। अपना पक्ष न रखने पर अनुशासनहीनता, घोर लापरवाही तथा पदीय दायित्वों का निर्वहन न करने पर सचिव रितेश शुक्ला को शुक्रवार को निलम्बित करते हुए विकासखंड मरौरी से संबद्ध किया गया है। जिला विकास अधिकारी संजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया चुर्रासकतपुर में तैनात सचिव रितेश शुक्ला और ग्राम प्रधान पर चार लाख से अधिक सरकारी धन के आरोप लगे थे, सचिव को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया है।