फरार चल रहे इंस्पेक्टर रामसेवक के खिलाफ सरकारी गबन की एक और एफआईआर
Bareilly News : यूपी के बरेली की फरीदपुर कोतवाली के फरार भ्रष्टाचारी इंस्पेक्टर रामसेवक के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर कोतवाली में तैनात हेडमोहर्रिर राम बहादुर सिंह ने दर्ज कराई है। उन्होंने बताया है कि फरीदपुर थाने के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक रामसेवक को ट्रांसफर पर आने के बाद 24 नवंबर, 2023 को तत्कालीन हेड मोहर्रिर रिजवान ने सरकारी पिस्टल, 10 कारतूस और मैगजीन आत्मसुरक्षा के लिए दी थी। मगर, रिश्वत लेने के मामले की शिकायत के बाद इंस्पेक्टर सरकारी पिस्टल, कारतूस और मैगजीन लेकर फरार हो गए हैं। हालांकि, इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही है।
स्मैक तस्करों से 7 लाख की रिश्वत लेने का आरोप
फरीदपुर कोतवाली के फरार पूर्व इंस्पेक्टर पर स्मैक तस्करों से 7 लाख रूपये की रिश्वत लेने का आरोप है।पुलिस ने 21 अगस्त की रात नवदिया अशोक गांव के स्मैक तस्कर आलम, नियाज अहमद और अशनूर को गिरफ्तार किया था। फरीदपुर थाने के इंस्पेक्टर रामसेवक ने तस्करों को छोड़ने के लिए 15 लाख रुपये की मांग की। सात लाख रुपये लेकर आलम और नियाज अहमद को छोड़ दिया। हिरासत में लिए गए आरोपियों के पास से पुलिस ने स्मैक भी बरामद की थी।
सरकारी आवास से 9.84 लाख रूपये बरामद
इंस्पेक्टर के रिश्वत लेने के मामले में एसपी दक्षिणी मानुष पारीक और सीओ फरीदपुर गौरव सिंह ने इंस्पेक्टर के आवास पर छापा मारा था। सरकारी आवास से 9.84 लाख रुपये बरामद हुए थे। इसके बाद इंस्पेक्टर रामसेवक सरकारी पिस्टल, 10 कारतूस और मैगजीन लेकर मौके से फरार हो गए। सीओ गौरव सिंह ने फरार इंस्पेक्टर के खिलाफ रिश्वत लेने के मामले में 22 अगस्त को बीएनएस और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी।
सेवाएं समाप्त करने की तैयारी
बरेली देहात की फरीदपुर कोतवाली के पूर्व इंस्पेक्टर रामसेवक की पुलिस विभाग से सेवाएं समाप्त करने की तैयारी शुरू हो गई है। बताया जाता है कि एसएसपी अनुराग आर्य ने निलंबित (सस्पेंड) इंस्पेक्टर की संपत्ति की जांच के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी है। मूल रूप से हरदोई के एक गांव निवासी इंस्पेक्टर राम सेवक पर गांव में करोड़ों की संपत्ति बनाने, लखनऊ में कोठी और बरेली समेत कई जिलों में संपत्ति होने के आरोप लग रहे हैं। जिसके चलते जांच में बड़ी कार्रवाई हो सकती है। इंस्पेक्टर के सहयोगी दरोगा और सिपाहियों के नाम भी भ्रष्टाचार के मुकदमे में खुलना तय माना जा रहा है। इसमें रिजवान, नीरज, एहसान, सौरभ कुमार और कृष्णा कुमार को सस्पेंड और दरोगा जावेद अली और सिपाही अतुल वर्मा को लाइन हाजिर किया गया है।