मुफ्ती-ए-आजम हिंद के कुल शरीफ में उमड़ा अकीदत का सैलाब
Bareilly News : उर्स-ए-रज़वी में शुक्रवार रात 1.40 बजे मुफ्ती-ए- आजम हिंद के कुल शरीफ़ की रस्म अदा की गई। उर्स स्थल इस्लामिया मैदान और रामपुर रोड स्थित मदरसा जमीयतुर्रजा में उलमा ने कुल शरीफ से पहले तकरीर कर दीनी और दुनियावी हालात पर रोशनी डाली।दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां), सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) और मथुरापुर में ग्रांट मुफ्ती ऑफ इंडिया मुफ्ती असजद रजा खां की सदारत में तकरीर और कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। उर्स-ए-रजवी के तीसरे दिन भी आगाज़ रज़ा मस्जिद में कुरानख्वानी से हुआ। शनिवार दोपहर 2.40 बजे आला हजरत के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी। इसमें बड़ी संख्या में जायरीन की भीड़ जुटेगी।
रेहान ए मिल्लत ने मजहब का प्रचार किया
दुनिया भर से आए उलेमा ने अपनी तकरीर में आला हज़रत और खानदान के बुजुर्गों पर रौशनी डाली।बिहार के मधुबनी से तशरीफ लाए मौलाना साबिर क़ादरी ने अपनी तकरीर में कहा कि रेहान ए मिल्लत ने पूरी दुनिया में मज़हब और मसलक का प्रचार प्रसार किया। आज इस्लामिया मैदान में जो उर्स हो रहा है, ये भी हज़रत रेहान-ए-मिल्लत ही की देन है। दुनिया में कही भी रहो मसलक-ए-आला हज़रत पर सख्ती से कायम रहो। कारी अब्दुर्रहमान क़ादरी ने अपने खिताब में आला हज़रत, मुफ्ती ए आजम हिंद और खानकाह ए रज़विया का पैगाम जायरीन को दिया। बोले,गुस्ताखे रसूल से हमेशा परवेज़ करे। हमारा उनसे कल भी न कोई रिश्ता था और न आज है। यही सुन्नियत और यही मसलक-ए-आला हज़रत है। अपनी पहचान कायम रखते हुए इस्लामी लिबास में नज़र आए। नमाज़ी बने और इल्म हासिल करें। इल्म हासिल करने की कोई उम्र नही होती है। अपने बच्चो को आशिक-ए-रसूल बनाएं। मदरसा मंजर-ए-इस्लाम के अध्यापक मास्टर कमाल ने अपनी तकरीर इंग्लिश में करते हुए कहा कि आज मदरसे के छात्र हर क्षेत्र में अपने इल्म का लोहा मनवा रहे हैं। मदरसे के छात्र मुफ्ती,कारी,आलिम के साथ डॉक्टर और इंजिनियर भी बन रहे है। मंजर-ए-इस्लाम के छात्र भी दुनिया भर में इल्म की शमा रौशन कर रहे है।
देश में अच्छे इंसान की बनाएं पहचान
मौलाना मुख्तार बहेड़वी ने कहा कि मज़हब-ए-इस्लाम अपने मानने वालों को यह तालीम देता है कि जिस मुल्क में रहो, उस मुल्क में अपनी मज़हबी पहचान कायम रखते हुए अच्छे शहरी बनें। मुल्क और मुल्क की संपत्ति और उसको धरोहर से मोहब्बत करें। नफरतों को हराने के लिए मुहब्बत को आम करने की जरूरत बताई। आपसी सौहार्द का वातावरण बनाएं। मुफ्ती सलीम नूरी ने भी मुफ्ती-ए-आज़म की बारगाह में खिराज़ पेश किया। मौलाना वारिस रज़ा सुल्तानपुरी, कारी महबूब रज़ा, अर्सलान रज़ा ने नात-ओ-मनकबत का नज़राना पेश किया। संचालन कारी यूसुफ रज़ा संभली ने किया। हजरत रेहान ए मिल्लत के कुल शरीफ में कारी सखावत हुसैन,मुफ्ती ज़ईम रज़ा ने फातिहा पढ़ी। मुफ्ती जमील नूरी ने शिजरा और खुसूसी दुआ मुफ्ती आकिल रज़वी ने की।
कुल के बाद जायरीन की वापसी, यहां से मिलेंगी ट्रेन-बस
आला हजरत इमाम अहमद रजा खां का कुल शरीफ शनिवार दोपहर 2.40 बजे होगा। इसमें शामिल होने को बड़ी संख्या में दुनिया भर से जायरीन पहुंचे हैं। कुल शरीफ और पुलिस भर्ती परीक्षा खत्म होने के बाद लाखों की भीड़ वापस होगी। जिसके चलते शहर में जाम न लगे। इसको लेकर शहर में रूट डायवर्जन किया गया है। मगर, जायरीन और पुलिस भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को बरेली जंक्शन, बरेली सिटी और इज्जतनगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन मिलेगी, तो वहीं बरेली सैटेलाइट और झुमका चौराहा से रोडवेज की बस मिल जाएंगी। यहां तक पहुंचने को ऑटो और ई रिक्शा मिलेंगे।
बहेड़ी, काशीपुर, पीलीभीत और लखनऊ को ट्रेन
फाजिल-ए- बरेलवी इमाम अहमद रजा खां (आला हजरत) के कुल शरीफ के बाद जायरीन शाहजहांपुर, हरदोई और लखनऊ आदि के लिए बरेली जंक्शन से बरेली-वाराणसी एक्सप्रेस, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, पुरबिया एक्सप्रेस,दिल्ली-फैजाबाद एक्सप्रेस समेत दो दर्जन से अधिक ट्रेन मिलेंगी। इसी तरह से रामपुर, मुरादाबाद, दिल्ली आदि को सियालदाह एक्सप्रेस, किसान एक्सप्रेस, राज्यरानी एक्सप्रेस, पंजाब मेल, लखनऊ मेल समेत दर्जन भर से अधिक ट्रेन मिलेंगी। शहर की इज्जतनगर स्टेशन से 05125 इज्जतनगर-काशीपुर ट्रेन और बरेली सिटी स्टेशन से 05139 बरेली सिटी-पीलीभीत उर्स स्पेशल ट्रेन चलेगी। यह ट्रेन बरेली सिटी से शाम 4.40 बजे, इज्जतनगर से 4.55 बजे, भोजीपुरा से शाम 5.12 बजे मिलेगी।