शारदा नदी के धनाराघाट पर पुल निर्माण का इसी वर्ष होगा शुभारंभ
सदर और पूरनपुर तहसील में वन विभाग को भूमि देने का प्रस्ताव
पूरनपुर।
शारदा नदी के धनाराघाट पर बनने वाले पुल के लिए पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) की अधिग्रहित होने वाली 4.67 हेक्टेअर जमीन के बदले प्रशासन पीलीभीत सदर और पूरनपुर तहसील में जमीन देगा। दोनों जगह जमीन चिंहित कर ली गई है। इसी सप्ताह भूमि का पीटीआर को आवंटन करने की प्रक्रिया पूरी होने का अनुमान है। भूमि हस्तातंरित होते ही इसी वर्ष पुल निर्माण का शुभारंभ किया जाएगा।
ट्रांस शारदा क्षेत्र की नेपाल सीमावर्ती 17 ग्राम पंचायतों में निवास करने वाली ढाई लाख की आबादी को तहसील मुख्यालय से सीधे जोड़ने के लिए धनाराघाट पर 3.287 किमी लंबा, साढ़े सात मीटर चौड़ा पुल, दोनों तरफ दो दो सौ मीटर पहुंच मार्ग, सुरक्षात्मक कार्य किए जाने हैं। फरवरी में पुल निर्माण के लिए 269.13 करोड़ की धनराशि अनुमोदित की गई है। पुल निर्माण को प्रशासकीय और वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए 94.19 करोड़ की धनराशि भी मार्च के प्रथम सप्ताह में जारी कर दी गई। पुल निर्माण के दौरान पीटीआर का 4.67 हेक्टेअर जंगल क्षेत्र भी आएगा। जंगल का सेतु निगम और वन विभाग के सर्वेयर द्वारा अप्रैल और जून में ज्वाइंट सर्वे किया गया। सर्वे के दौरान 249 पेड़ पीटीआर और 101 पेड़ दुधवा टाइगर रिजर्व के चिंहित किए गए। दोनों रिजर्व के 360 पेड़ काटे जाएंगे। गाइडलाइन के अनुसार अधिग्रहित 4.67 हेक्टेअर जमीन के बदले पीटीआर को जमीन दी जाएगी। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने पीटीआर से सटी पीलीभीत की सदर तहसील के रम्पुरिया में तहसील और पूरनपुर तहसील क्षेत्र में बदले में देने के लिए जमीन की तलाश कर ली है। इसी सप्ताह संभवत जमीन का वन विभाग को आवंटन हो जाएगा। इसके बाद पेड़ों का मूल्यांकन और एनओसी के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहां से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को प्रस्ताव जाएगा। जिले के उच्चाधिकारियों के साथ सेतु निगम के अधिकारी एनओसी आदि प्रक्रिया के लिए तन्मयता के साथ जुटे हुए हैं। इससे जल्द ही वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से एनओसी मिलने की उम्मीद है।
केंद्रीय मंत्री जितिन के प्रयास से तेज हुई कवायद
सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद के प्रयास से शारदा पर पक्के पुल निर्माण को स्वीकृति मिलने के साथ 94.19 करोड़ रूपये भी स्वीकृत हो गए है। केंद्रीय मंत्री अब पुल निर्माण को लेकर बेहद गंभीर है। वह लगातार मानीटरिंग कर रहे हैं। उनके प्रयास से अधिकारी भी पूरी तन्मयता के साथ जुटे हुए हैं। इससे जल्द ही वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।
पीटीआर को बदले में जमीन देने के लिए पीलीभीत की सदर तहसील और पूरनपुर तहसील क्षेत्र में जमीन चिन्हित कर ली गई है। इसी सप्ताह जमीन पीटीआर को आवंटित होने की उम्मीद है। अन्य प्रक्रियाओं के लिए लगातार विभागीय और प्रशासनिक अधिकारी प्रयास कर रहे हैं। इस वर्ष के अंत तक संभवत पुल का निर्माण शुरू हो जाएगा। आशीष निर्वाल एसडीओ, सेतु निगम बरेली