सांझी शहादत-विरासत का संदेश देने वाली है ये ज़मीन: सुधीर विद्यार्थी
काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी वर्ष में हुए देशभक्ति के कार्यक्रम
बलराम शर्मा,
शाहजहांपुर। गांधी भवन प्रेक्षागृह में शनिवार को काकोरी नायकों की स्मृति में ‘एक शाम शहीदों के नाम’ आयोजित की गई। कलाकारों ने देशभक्ति व लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम पेश किए। कार्यक्रम अध्यक्ष लेखक साहित्यकार सुधीर विद्यार्थी ने काकोरी नायकों पर प्रकाश डाला। कहा, शाहजहाँपुर की धरती से ही देश में सांझी शहादत विरासत की बयार वही। ये सुगन्ध बनी रहनी चाहिए। आज़ादी से पूर्व जब स्वतंत्रता के लिए असहयोग आंदोलन चला, तब कुछ समय के लिए रिक्तता आई।,ऐसे समय क्रांतिकारी रामप्रसाद विस्मिल, अशफ़ाक उल्ला खां, रोशन सिंह ने काकोरी ट्रेन एक्शन को अंजाम देकर चेतना जागृत करने का काम किया।
संस्कृति विभाग लखनऊ व समीक्षा सांस्कृतिक मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मेयर अर्चना वर्मा ने कहा कि आज जो हम स्वतंत्र होकर जो कुछ भी कर पा रहे हैं, वह देश के इन बलिदानियों की वजह से हैं। हमें इनके योगदान को भूलना नहीं चाहिए। समारोह में रोजी ग्रुप ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। बरेली से आई हरजीत कौर की टीम ने नृत्य नाटिका का मंचन किया। आरएलडी स्कूल व डॉ सुदामा प्रसाद बाल विद्या मंदिर कन्या इंटर कॉलेज के बच्चों ने समूह नृत्य पेश कर मन मोहा। श्रेया सिंह ने महाभारत काल खंड के चीर हरण प्रसंग पर मनमोहक प्रस्तुति दी। रोजी ग्रुप ने द्रोपदी-दुशासन के प्रसंग को दर्शाते हुए समूह नृत्य प्रस्तुत किया। प्रज्ञानशी पाठक ने वंदे मातरम गीत पर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत कर सबकी वाहवाही लूटी। संचालन डॉ सुरेश मिश्रा ने किया। कलाकारों को प्रमाणपत्र व मेडल प्रदान किए गए। विशिष्ट अतिथि कैंटबोर्ड उपाध्यक्ष अवधेश दीक्षित, संस्था के सचिव प्रेम कुमार व संजीव कुमार सोनू ने स्मृति उपहार भेंट किए। कार्यक्रम में देवेंद्र शर्मा, मोहन मिश्रा, अजय प्रकाश गुप्ता, आदित्य सिंह, राजकुमार सक्सेना का सहयोग रहा।
इस अवसर पर शहीद अशफ़ाक उल्ला खान के प्रपौत्र अशफ़ाक उल्ला खान, डॉ आनंद प्रकाश मिश्र, ज़रीफ़ मलिक आनंद, नीतू गुप्ता, मनोज मंजुल, पार्षद रामबरन, शरद राही, डॉ प्रतिभा सक्सेना, डॉ राजीव सिंह, साधना सिंह, मधुमिता डे, संजीव मिश्र, अनिल गुप्ता प्रधान, शाहनवाज खान, सैफ असलम खान, दिवाकर मिश्रा, आलोक सक्सेना, संजय राठौर, सोनू सकसेना,अजय शेखर द्विवेदी, अनूप कुमार, छोटेलाल वर्मा, शमीम आज़ाद, आरिफ़ सिद्दीकी, आरपीडी सोती, महेंद्र दीक्षित, यतींद्र सिंह त्रिवेदी, असित पाठक, शालू यादव, गोविंद अवस्थी, सुशील शुक्ला, ऐनुल हक, आशीष मून, मुस्कान दीक्षित, अभिनय अग्निहोत्री, नितिन, आदित्य मिश्रा, अनुराग रस्तोगी, मुस्कान कनोजिया, रजनीश आदि मौजूद रहे।
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कवि सम्मेलन में भी काव्य बहार
समापन सत्र में काव्य की रसधारा बही। डॉ सुरेश मिश्र के संचालन में कवि शायरों ने रचनाएं प्रस्तुत कीं। फैज़ल फैज ने शाहजहाँपुर शहर पर शब्द चित्र का ख़ाका खींचा। अजय अवस्थी अनुरागी ने गांव परिवेश का गीत सुनाया। गुलिस्तां खान ने ग़ज़ल सुनाकर वाहवाही पाई। आसान लहज़े विवेक राज के दोहे गहरे उतरे। कुलदीप दीपक ने ओजपूर्ण रचना पढ़ी। ज्ञानेंद्र मोहन ज्ञान ने सधे अंदाज़ ग़ज़ल प्रस्तुत की। अमित त्यागी ने यथार्थपरक मुक्तक सुनाए। रितेश सिंह राहिल ने अपने अंदाज में शेर सुनाए। सभी कवियों शायरों का स्वागत ऑक्सीप्योर वाटर-सोडा कम्पनी (रुड़की) के एमडी देवेंद्र शर्मा व ट्रेवल चरिता (दिल्ली) डायरेक्टर आदित्य सिंह ने उपहार भेंट कर किया। आभार बलराम शर्मा ने व्यक्त किया।