पीलीभीत मेडिकल कॉलेज के महिला अस्पताल का ड्रेनेज फेल, सड़क पर बह रहा सीवर का पानी
सीवर टैंक ओवरफ्लो, छत पर रखा 5000 लीटर का टैंक भी फटा, चार माह पूर्व खरीदा था टैंक
रिपोर्ट- सुमित सक्सेना
स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय पीलीभीत से संबद्ध महिला अस्पताल के हालात दिन प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं। इन हालातों को सुधारने के लिए जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीजों व तीमारदारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की छवि खराब हो रही है।
अस्पताल कैंपस में स्थित एमसीएच विंग (महिला अस्पताल) में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। पिछले काफी समय से सीवर लाइन का पानी सड़कों पर बह रहा है। शौचालय चोक पड़े हैं। एमसीएच विंग व नवजात बच्चों के लिए बने एसएनसीयू के चारों ओर सीवर का पानी भरा हुआ है। सीवर टैंक ओवरफ्लो होने की वजह से टैंक से पानी निकलकर आवासीय कॉलोनी की ओर भी जा रहा है। इससे अस्पताल के कर्मचारी व उनके परिजन खासा परेशान हैं।
एमसीएच विंग के चारों ओर सीवर के पानी का जलभराव होने से संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है। अस्पताल में भर्ती जच्चा-बच्चा पर सीवर के पानी में रहने वाले बैक्टीरिया प्रतिकूल असर डाल सकते हैं। इसको लेकर अस्पताल के अधिकारी सजग नहीं है। साफ-सफाई को लेकर जागरूक करने वाला स्वास्थ्य विभाग खुद अपने चारों ओर सीवर की गंदगी लेकर बैठा है। अधिकारियों की लापरवाही आम जनता को संकट में डाल रही है।
शुक्रवार को सड़क पर सीवर की गंदगी बहने की स्थिति तब और खराब हो गई, जब एमसीएच विंग की छत पर रखा पानी का टैंक फट गया। पांच हजार लीटर क्षमता का यह टैंक चार माह पूर्व ही खरीदकर रखा गया था। ऐसे में नया टैंक इतने कम समय में खराब होकर फटने से अस्पताल के अधिकारियों द्वारा की जा रही खरीद-फरोख्त पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। फिलहाल ड्रेनेज की समस्या के समाधान के लिए प्राचार्या डॉ.संगीता अनेजा ने लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजा है। लोक निर्माण विभाग के जेई ने अस्पताल का निरीक्षण कर ड्रेनेज की व्यवस्थाओं को परखा।