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चौथे दिन भी मिले पशुओं के अवशेष, पुलिस और वन विभाग में मतभेद

पूरनपुर/पीलीभीत। पूरनपुर में गोवंशीय पशुओं की हत्या पर रोकथाम को लेकर पुलिस का तंत्र फेल हो चुका है। लगातार चौथे दिन अलग-अलग क्षेत्र में पशुओं के अवशेष मिलने से खलबली मच गई। हिंदू संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर जमकर हंगामा काटा है। अवशेषों को लेकर पुलिस और वन विभाग में भी मतभेद बना हुआ है। हालांकि अवशेष गोवंशीय पशुओं के ही बताए जा रहे हैं।

क्षेत्र में गोवंशीय पशुओं के वध पर लगाम लगाने का दावा करने वाली पूरनपुर पुलिस सच्चाई से मुंह मोड़ने लगी है। रम्पुरा ताल्लुके महाराजपुर, खमरिया पट्टी के बाद रात में पूरनपुर बनकटी और महादिया रेलवे क्रॉसिंग के समीप पशुओं के अवशेष मिले।इसमें पशु की गर्दन अलग पड़ी देखी गई। सूचना मिलने के बाद पहुंचे पुलिस नीलगाय के अवशेष बताने लगी। कुछ देर बाद वनकर्मी भी पहुंच गए। उन्होंने अवशेष गोवंशीय पशुओं के ही बताएं। अब दोनों विभागों में मतभेद से तस्करों को इसका फायदा मिलने की चर्चा हो रही है। सूचना पर अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता भी पहुंच गए। सभी ने लगातार घटनाओं पर जमकर हंगामा काटा। बताया जा रहा रविवार सुबह भी बनकटी सहित अन्य स्थानों पर भी गोवंशीय पशुओं के अवशेष देखे गए हैं। लगातार घटनाओं से खलबली मची हुई है। तस्कर गांव में पशुओं का वध न कर अब जंगल, खेतों में घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
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पूरनपुर में लगातार चौथे दिन भी गोवंशीय पशुओं के अवशेष मिले हैं। पुलिस पूरी तरह घटनाओं पर पाबंदी लगाने में नाकामयाब साबित हो रही है। बनकटी में मिले अवशेष को पुलिस नीलगाय के बता रही है। जबकि वह गोवंशीय पशुओं के हैं। अब संगठन खुद पशुओं की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी लेगी।
शिवम भदौरिया
गौर रक्षा प्रमुख
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शाम को नीलगाय के अवशेष मिले थे। मामला वन विभाग से संबंधित है। सुबह कोई भी अवशेष मिलने की सूचना नहीं है।
प्रगति चौहान
सीओ पूरनपुर

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