पीलीभीत के महिला अस्पताल में भ्रष्टाचार की पोल खोलने आज आ रही लोकायुक्त की विशेष टीम
पूर्व सीएमएस के कार्यकाल की होगी जांच, कायाकल्प अवार्ड धनराशि पर आंच
पीलीभीत
स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध महिला अस्पताल में भ्रष्टाचार की शिकायतों पर लोकायुक्त ने एक विशेष जांच टीम गठित की है। गुरुवार को विशेष जांच टीम महिला अस्पताल में पहुंचकर पड़ताल करेगी। इस दौरान पूर्व सीएमएस के कार्यकाल में हुई वित्तीय अनियमितताओं पर भी फाइलें पलटी जाएंगी। लोकायुक्त की विशेष जांच टीम आने की सूचना मिलने पर अस्पताल के अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। आनन फानन में रिकार्ड को दुरुस्त किया जाने लगा।
शाहजहांपुर निवासी सुनीता देवी ने बीते वर्ष लोकायुक्त के समक्ष उपस्थित होकर जिला महिला अस्पताल पीलीभीत में सरकारी बजट को अनियमित ढंग से खर्च करने के बाबत शिकायत दर्ज कराई थी। प्रकरण में शिकायतकर्ता की ओर से करीब 300 पेज के साक्ष्य प्रस्तुत किए गए। लोकायुक्त की टीम ने साक्ष्यों व शिकायतों का अवलोकन करने के बाद प्रथम दृष्टया प्रकरण को जांच हेतु उचित पाया। इसके बाद शिकायतकर्ता की मांग पर पूरे मामले में जांच के लिए गैर-जनपदीय अधिकारियों की विशेष अर्द्ध प्रशासनिक टीम गठित की।
इससे पूर्व जनपद के अधिकारियों द्वारा की गई जांच में जमकर लीपापोती की गई थी जिसे लेकर भी अब सवाल खड़े हो रहे हैं। शिकायत में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अंतर्गत संचालित कायाकल्प अवार्ड योजना 2021-22 जिसमें बेस्ट हॉस्पिटल व ईको फ्रेंडली अस्पताल का पुरस्कार दिया जाता है, उस पुरस्कार धनराशि को गलत ढंग से खर्च कर वित्तीय अनियमितता का मामला है। साथ ही सीएमएस द्वारा प्रशासनिक शक्तियों का दुरुपयोग करने के बाबत शिकायत की गई है।
गौरतलब है कि हाल ही में वर्तमान सीएमएस द्वारा भी उसी वित्तीय वर्ष की पुरस्कार राशि को गलत ढंग से खर्च कर अपात्रों को लाभ दिया गया। इस मामले में भी जिलाधिकारी की ओर से जांच शुरू करा दी गई है। फिलहाल भ्रष्टाचार को लेकर जनपद का स्वास्थ्य विभाग सुर्खियों में चल रहा है।