पत्नी के अपमान का बदला लेने के लिए बेटे को नदी में फेंका, हत्यारोपी पिता गिरफ्तार
शाहजहांपुर में सिधौली के गांव तियूलक की घटना, शव बरामद
रिपोर्ट- बलराम शर्मा
यूपी के शाहजहांपुर में मंगलवार को एक हैरतअंगेज घटना का खुलासा हुआ। जो खुलासा हुआ, उससे हर कोई हैरान है। तमाम मिन्नतों के बाद जब बेटे का मुंह देखने को मिलता है, उस कलेजे के टुकड़े को कोई खुद ही मौत के मुंह में धकेल दे…ऐसा कोई मनोरोगी भी नहीं करता। लेकिन ऐसा तियूलक गांव में हुआ।
संजीव कुमार नाम के शख्स ने अपने ही पांच साल के बेटे गौरव को बलि का बकरा बना दिया। बक़ौल सिंधौली पुलिस, संजीव के भाई अमरेश ने 2 सितंबर को 112 पर सूचना दी कि उसके पांच साल के भतीजे गौरव का अपहरण हो गया है। इस घटना में पड़ोस के बाबूराम व उसके पुत्र विवेक, विशाल, रिंकू पर आरोप लगाया। प्राथमिक सूचना पर रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन की गई। एसपी देहात मनोज कुमार अवस्थी ने बताया, घटना में जांच के लिए टीम गठित कर सर्विलांस की मदद ली गई। कहानी में झोल लगा। संजीव की भूमिका संदिग्ध लगी। जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
संजीव की पत्नी ने उसे बताया कि गांव के ही बाबूराम व उसके लड़कों ने उसकी सरेआम बेइज्जती की। इससे उसका बहुत अपमान हुआ है। वह बहुत लज्जित महसूस कर रही है। इसका बदला लेने के लिए संजीव ने मन ही मन योजना बनाई।
दो सितंबर की शाम वह अपने मानसिक मन्दित पुत्र गौरव (5) को दवा दिलाने के बहाने स्कूटी से चिनोर आया। यहां खुशीराम मेडिकल स्टोर से बुखार की दवा ली। यहां से गांव की खन्नौत नदी के पुल पर पहुँचा। बेटे को पुल की रेलिंग पर बिठाया। फिर धक्का दे दिया। घर आकर बेहोश होने का नाटक किया। जब घरवालों ने पूछा तो बताया कि गौरव का उक्त लोग अपहरण कर ले गए। यह सुनकर भाई अमरेश ने 112 पर सूचना दी।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संजीव की निशानदेही पर बच्चे के शव को नदी से बरामद कर लिया गया। हत्या करने वाले पिता को गिरफ्तार किया गया है। सिंधौली इंस्पेक्टर जितेन्द्र प्रताप सिंह की टीम ने सराहनीय काम किया है।